इंसाफ के इंतजार में एक और बिटिया

ऊना। दिल्ली गैंगरेप की तरह ही जिला ऊना में दुराचार के बाद मौत के घाट उतारी गई 10 वर्षीय बालिका को आज तक इंसाफ नहीं मिल पाया है। 10 साल की मासूम बालिका 12 मार्च 2012 को कलरूही में दरिंदगी का शिकार हुई थी। हालांकि, पुलिस की ओर से कई बार संदिग्ध लोगों से पूछताछ की गई। डीएनए टेस्ट करवाए गए। यहां तक दिल्ली से आई सीबीआई टीम ने पुलिस की ओर से संदिग्ध माने गए 8 लोगों के पॉलीग्राफ टेस्ट भी किए गए। लेकिन, सब बेकार ही साबित हुआ है।
वहीं सूत्रों की मानें तो अब पुलिस भी इस मामले में मौन हो चुकी है। हत्याकांड की इस फाइल पर धूल जमनी शुरू हो गई है। जबकि, जिले के हजारों लोगों की निगाह मामले पर टिकी हुई है। जिला के विभिन्न सामाजिक एवं धार्मिक संगठनों ने भी इस मामले को सुलझाने की मांग की है। जिससे जघन्य अपराध की शिकार हुई इस बालिका को इंसाफ मिल सके। इस हत्याकांड को सुलझाने के लिए उस शादी समारोह में आए हर व्यक्ति से पूछताछ की जा चुकी है, जिसमें बालिका के साथ दरिंदगी की हदें पार की गई थी। दो दर्जन से अधिक लोगों के डीएनए टेस्ट करवाए जा चुके हैं। इतना ही नहीं सीबीआई की टीम 8 लोगों के पॉलीग्राफ टेस्ट भी कर चुकी है। एसएचओ अंब गुरदीप ढिल्लो ने भी माना है कि पॉलीग्राफ टेस्ट से भी कोई स्थिति साफ नहीं हो पाई है।

Related posts